“हनुमान जाग.—- किलकारी मार.—- तू हुंकारे.—- राम काज सँवारे.—- ओढ़ सिंदूर सीता मैया का.—- तू प्रहरी राम द्वारे.—- मैं बुलाऊँ , तु अब आ. रं रं रं राक्षसान्तं सकलदिशयशं रामदूतं नमामि ॥ १॥ तीर पतर लियो हाथ, चौसठ जोगनिया खेले पास। ॐ मोसिद्धि गुरुपराय स्वीलिंग। महादेव की आज्ञा। हनुमान https://baglamukhivashikaranmantr48260.mybjjblog.com/5-essential-elements-for-hanuman-shabar-mantra-45426863