भावार्थ – अपने तेज [शक्ति, पराक्रम, प्रभाव, पौरुष और बल] – के वेग को स्वयं आप ही सँभाल सकते हैं। आपके एक हुंकारमात्र से तीनों लोक काँप उठते हैं। lāyaLāyaBrought sanjīvaniSanjīvaniA daily life LakhanaLakhanaLakshman, brother of Lord Rama jiyāeJiyāeSaved / revived You have the essence of Ram bhakti, may perhaps https://jime329gns5.blogsvirals.com/profile